अंगूठे को धीरे-धीरे आंखों के नज़दीक लाएं और फिर आंखों से दूर करें.
आंखों को हानिकारक किरणों से बचाने के लिए कम्प्यूटर व फोन से दूरी बनाएं रखें.
नियमित रूप से साल में दो बार आंखों की जांच कराने से आप अपनी आंखों के स्वास्थ्य के बारे में जागरूक रहेंगे। इससे नेत्र संबंधी कोई समस्या होने पर सही समय पर सही कदम उठाने में मदद मिलती है।
इसके अलावा चंद मिनटों के लिए आंखों को बंद करने से भी उन्हें काफी आराम मिलता है. पेंसिल की नोक पर निगाह केन्द्रित कर उसे आंखों के पास और दूर ले जाने को पेंसिल पुश अप्स कहते हैं, ये भी आंखों के लिए एक बेहतरीन एक्सरसाइज है.
फोटोक्रोमेक लेंस के अलावा आप क्लिप ऑन सनग्लासेस का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह नॉर्मल चश्में की ही तरह सफेद कांच में होता है। हालांकि, इनके फ्रेंम के ऊपरी हिस्से में धूप के लिए बने हुए चश्में की एक लेयर लगाने के लिए एक खास स्पेस बना हुआ होता है। तो आप भी क्लिप ऑन सनग्लास की मदद से अपनी आंखों की देखभाल कर सकते हैं।
गर्मियों में भी नाइट केयर रूटीन करना जरूरी होता है।
ऐप्स आरएसएस विज्ञापन र॓टहमार॓ साथ काम करेंहमारे बारे मेंसंपर्क करेंगोपनीयताअस्वीकरणसाइट जानकारी आर्काइव
यह भी पढ़ें-पेट में नहीं होगी गर्मी, समर में खाएं ये हेल्दी फ्रूट्स
हर रोज़ सोने से पहले आंखों के नीचे विटामिन सी website युक्त आई सीरम का इस्तेमाल करें.
स्वस्थ आंखों के लिए पर्याप्त नींद बेहद जरूरी है, जो आंखों की रिपेयर और रिकवरी में सहायक होती है। आठ घंटे की अच्छी नींद लंबे समय तक आपके आंखों की अच्छी रोशनी बरकरार रखेगी।
विशेषज्ञों की राय, मानें, तो इस स्थिति में मरीज को अकेले में बैठकर मंद आवाज में म्यूजिक या गाने सुनने चाहिए। इससे मरीज का ध्यान भटकता है और परेशानी भी कम हो जाती है।
कॉटन में बर्फ रखें और उससे अपनी आंखों के ऊपर और आसपास सिकाई करें। ध्यान रहे कि बर्फ को सीधा आंखों पर अप्लाई ना किया जाए
जानें, चश्में के प्रकार क्या हैं, आपके लिए कौन सा बेस्ट है?
ध्यान रखें कि आंखों में किसी तरह के इंफेक्शन होने या आंखों में दर्द होने पर लेंस का इस्तेमाल न करें।
Comments on “आंखो की समस्याएं अपनाएं टिप्स Options”